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कौन सा कैल्शियम लेना चाहिए..??

  • Writer: Dr Sunny Gupta
    Dr Sunny Gupta
  • Mar 31
  • 2 min read

कैल्शियम सप्लीमेंट्स मुख्य रूप से 5 प्रकार की होती हैं:

  1. Calcium Carbonate

    • सबसे कॉमन और सस्ती होती है।

    • इसमें 40% कैल्शियम होता है।

    • इसे भोजन के साथ लेना बेहतर होता है, क्योंकि एसिडिक एनवायरनमेंट में इसका एब्जॉर्प्शन अच्छा होता है।

  2. Calcium Citrate

    • इसमें 21% कैल्शियम होता है।

    • इसे खाली पेट भी लिया जा सकता है।

    • एसिडिटी या डाइजेस्टिव प्रॉब्लम्स वालों के लिए बेहतर है।

  3. Calcium Lactate

    • इसमें 13% कैल्शियम होता है।

    • यह शरीर में आसानी से एब्जॉर्ब हो जाता है, लेकिन कम मात्रा में कैल्शियम होता है।

  4. Calcium Gluconate

    • इसमें 9% कैल्शियम होता है।

    • यह इन्फ्यूजन या इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है।

  5. Calcium Phosphate

    • इसमें 23% कैल्शियम होता है।

    • यह बोन हेल्थ को बेहतर करने में मदद करता है।

कौन सा लेना चाहिए?

  • अगर एसिडिटी या गैस की समस्या है: Calcium Citrate

  • हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए: Calcium Carbonate

  • किडनी की समस्या है: कम डोज वाला कैल्शियम जैसे Calcium Lactate या Gluconate

  • अगर डायजेशन ठीक है और कैल्शियम की डेफिशिएंसी है: Calcium Carbonate सबसे बेहतर है।

साथ में विटामिन D3 लेना जरूरी होता है, क्योंकि यह कैल्शियम को एब्जॉर्ब करने में मदद करता है। कैल्शियम हमारे शरीर के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण मिनरल है। यह हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने के अलावा भी कई जरूरी कार्य करता है।

कैल्शियम क्यों जरूरी है?

  1. हड्डियों और दांतों के लिए:

    • कैल्शियम 99% हड्डियों और दांतों में पाया जाता है।

    • यह बोन डेंसिटी बनाए रखने में मदद करता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से बचाता है।

  2. मांसपेशियों के कार्य के लिए:

    • मसल्स को सही से काम करने के लिए कैल्शियम जरूरी होता है।

    • कैल्शियम की कमी से मांसपेशियों में ऐंठन और कमजोरी हो सकती है।

  3. नर्व फंक्शन के लिए:

    • यह नर्व इम्पल्सेस को ट्रांसमिट करने में मदद करता है।

    • न्यूरोलॉजिकल हेल्थ के लिए यह बहुत आवश्यक है।

  4. हार्मोनल बैलेंस:

    • कैल्शियम शरीर में कई हार्मोन्स और एंजाइम्स के रिलीज में मदद करता है।

  5. ब्लड क्लॉटिंग:

    • कैल्शियम खून को जमाने (ब्लड क्लॉटिंग) में भी मदद करता है, जिससे चोट लगने पर ब्लीडिंग जल्दी रुकती है।

  6. दिल की सेहत:

    • यह हार्ट मसल्स को सही तरीके से काम करने में सहायता करता है।

  7. पी.एम.एस. (PMS) के लक्षणों में राहत:

    • महिलाओं में कैल्शियम की सही मात्रा प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) के लक्षणों को कम करने में सहायक होती है।

💡 कैल्शियम की कमी के लक्षण:

  • हड्डियों में दर्द और कमजोरी

  • दांत कमजोर होना या जल्दी खराब होना

  • मसल्स क्रैंप्स और कमजोरी

  • नाखून और बाल टूटना

  • थकान और चिड़चिड़ापन

🥦 कैल्शियम के प्राकृतिक स्रोत:

  • दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स (दही, पनीर)

  • हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक, मेथी)

  • ड्राई फ्रूट्स (बादाम, अंजीर)

  • तिल और सोयाबीन

  • फोर्टिफाइड फूड्स (जैसे कैल्शियम से भरपूर अनाज)

अगर किसी को कैल्शियम की कमी हो तो डॉक्टर की सलाह पर कैल्शियम सप्लीमेंट भी लिया जा सकता है। 😊 बेहतर सलाह के लिए किसी डाइटिशियन या डॉक्टर से कंसल्ट करना उचित रहेगा। 😊 www.drsunnygupta.in

 
 
 

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